Monday, January 28, 2013

गंगा माँ के दर पे आये और शंकर जी को भूल जाए ऐसा हो नहीं सकता, तो क्यों न भोग लगाये शंकर जी का प्रशाद और जोर से बोले हर हर महादेव। गंगातट पर चिलम का भोग लगते एक संत। फोटो: राजेश इन्शान

गंगा माँ के दर पे आये और शंकर जी को भूल जाए ऐसा हो नहीं सकता, तो क्यों न भोग लगाये शंकर जी का प्रशाद और जोर से बोले हर हर महादेव। गंगातट पर चिलम का भोग लगते एक संत। फोटो: राजेश इन्शान

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